(एक) खजूर के वृक्षों की छोटी-सी छाया उस कड़ाके की धूप में मानो सिकुड़ कर अपने-आपमें, या पेड़ के पैरों तले, छिपी जा रही है। अपनी उत्तप्त साँस से छटपटाते हुए वातावरण से दो-चार केना के फूलों की आभा एक तरलता, एक चिकनेपन का भ्रम उत्पन्न कर रही है, यद्यपि अज्ञेय
मुकेश को अब स्कूल और घर के बीच किसी प्रकार की गंदगी दिखाई नहीं देती थी। इसे देखकर वह काफी खुश होता था।
सुरीली सोच में पड़ गई , इतनी तेज बारिश में खाना कहां से लाऊंगी। मगर खाना नहीं लाया तो बच्चों का भूख कैसे शांत होगा। काफी देर सोचने के बाद सुरीली ने एक लंबी उड़ान भरी और पंडित जी के घर पहुंच गई।
राजा का दर्द – The Royal Toothache – Colouring and hygiene Hindi – The king of your jungle is having a very unpleasant toothache, he asks the opposite animals for enable but They're all scared of him. Hopeless, he lies in pain right up until he achieved a small mouse. That While how compact he …
अगर कबरी बिल्ली घर-भर में किसी से प्रेम करती थी तो रामू की बहू से, और अगर रामू की बहू घर-भर में किसी से घृणा करती थी तो कबरी बिल्ली से। रामू की बहू, दो महीने हुए मायके से प्रथम बार ससुराल आई थी, पति की प्यारी और सास की दुलारी, चौदह वर्ष की बालिका। भंडार-घर भगवतीचरण वर्मा
The narrative weaves together the life of diverse people, reflecting the exclusive tapestry of Varanasi, in the ghats along the Ganges to your narrow lanes pulsating with the town’s history. Using a blend of humour, satire, and social commentary, Kashi Ka Assi
In this novel, a youthful boy Bunti seems with the grown-up environment check here of his spouse and children by his kid eyes and wounded eyes. But whether or not this novel is about Bunti or his mother Shakun is a bone of competition. Shakun’s ambitions and self-relevance for herself can be a problem for your spouse and children, ultimately bringing about her separation from her spouse. Within this conflict concerning a husband a wife, it can be Bunti who suffers by far the most. The novel is very acclaimed and praised for its idea of baby psychology.
हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश
Picture: Courtesy Amazon A novel composed by Kashinath Singh, this Hindi fiction e-book was originally posted in Hindi. Set during the spiritual and cultural hub of Varanasi, the novel presents a vivid portrayal of the town’s multifaceted daily life and its socio-cultural intricacies. Kashinath Singh explores the complexities of the city from the lens of its citizens, capturing the essence of Varanasi’s historic traditions, religious techniques, as well as clash concerning modernity and age-old customs.
विशाल रोता-रोता वापस तालाब में गया और कवच को पहन लिया। कम से कम कवच से जान तो बचती है।
साहित्यिक-राजनीतिक वजहों से उपेक्षित कर दी गई धर्मवीर भारती की यह कहानी अपनी कथावस्तु, विन्यास और विलक्षण विवरणात्मकता में प्रगतिशील परंपरा की अत्यंत महत्वपूर्ण यथार्थवादी कहानी है.
छत्तीसगढ़: 'अप्राकृतिक सेक्स' के लिए पति को मिली नौ साल की सज़ा का फ़ैसला अहम क्यों?
यह बच्चों के लिए एक कश्मीरी लोक कथा है।
कहानी के जोबन का उभार और बोल-चाल की दुलहिन का सिंगार किसी देश में किसी राजा के घर एक बेटा था। उसे उसके माँ-बाप और सब घर के लोग कुँवर उदैभान करके पुकारते थे। सचमुच उसके जीवन की जोत में सूरज की एक सोत आ मिली थी। उसका अच्छापन और भला लगना कुछ ऐसा न था जो इंशा अल्ला ख़ाँ